खरगोन/पत्रकार समाज का दर्पण है, समाज को क्या दिखाना है यह उसे तय करना है,,,
खरगोन। संवाद केंद्र की मासिक पत्रिका जागृत मालवा के कोरोना सेवा विशेषांक का विमोचन सरस्वती विद्या मंदिर में किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता प्रांतीय सह बौद्धिक प्रमुख सुनील बागुल ने कोरोना सेवा विशेषांक को लेकर प्रकाशित की गई जागृत पत्रिका की सराहना करते हुए कहा कि पत्रकारिता समाज का दर्पण होता है, अब दर्पण को चाहिए में वह समाज को क्या दिखाना चाहता है, समाज को क्या दिशा देना है उसे तय करना है। सकारात्मक और नकारात्मक सोच रखने वाले हर युग में रहे है, कोरोना में भी कालाबाजारी करने वाले तो समाजसेवा के लिए अपनी जान जोमिख में डालने वाले लोग रहे। यह हमारे देश की विशेषता है कि संकट के समय लोग सेवा के लिए आगे आए, किसी ने गैस सिलेंडर तलाशे तो किसी ने भोजन व्यवस्था कराई तो कोई ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर लेकर अस्पताल पहुंच गया। यही कारण रहा कि अन्य देशों के मुकाबले भारत कोरोना को हराने में अग्रणी रहा। ऐसे श्रेष्ठ कार्य करने वालों को पत्रिका में जगह दी गई उसके लिए संपादक बधाई के पात्र है। विभाग प्रचार प्रमुख विजय यादव ने कहा अब यह पत्रिका हिंदू गर्जना के नाम से प्रकाशित होकर 6500 गांवों में पहुंच रही थी, इसमें अब कुछ बदलाव कर नए कलेवर में जागृत मालवा के नाम से प्रकाशित की जा रही है। हमारा लक्ष्य है कि इस समसामायिक विषयों को लेकर प्रकाशित होने वाली मासिक पत्रिका को मालवा क्षेत्र के 12 हजार 500 गांवों तक पहुंचाए। कार्यक्रम को बतौर कोरोना योद्धा की तरह काम करने वाले चिकित्सक डॉ. जितेंद्र महाजन, खालसा फौज के समाजसेवी राजू चावला, लेखिका पार्वती व्यास ने भी संबोधित किया। इस दौरान श्रीमति शालिनी रतोरिया, विभाग प्रचारक अरुण जैन, जिला प्रचारक धर्मेंद्र गेहलोत, संजय देशपांडे, श्याम पांडे आदि मौजूद थे। संचालन प्रकाश भावसार ने किया।