*(खरगोन।)खरगोन के टीकाकरण मॉडल को लोक स्वास्थ विभाग ने की सराहना*
*जोखिम कम करने की दिशा में खरगोन सबसे आगे*
*खरगोन के टीकाकरण मॉडल को लोक स्वास्थ विभाग ने सराहना*
*खरगोन 30 मई 2021/* कोरोना संक्रमण के बाद अब लगभग बाजार खोलने के आसार नजर आ रहे है। मप्र शासन के गृह विभाग द्वारा भी जोखिम कम करने के संकेत और लॉकडाउन खोलने को लेकर गाईडलाईन तय कर दी गई है। इससे अलग खरगोन जिला प्रशासन ने मार्केट व हॉट बाजार लगने लगे इससे पूर्व ऐसी रणनीति बनाई, जिससे संक्रमण का जोखिम कम हो। जैसा कि सब जानते है कि संक्रमण को रोकने में टीका एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। इसी टीके के बदौलत हम आने वाले समय में न सिर्फ संक्रमण को कम करने के प्रयास कर रहे है, बल्कि होने वाली जनहानि को भी सुरक्षित करना चाहते है। कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा पी ने इन सब पहलुओं को ध्यान में रखते हुए 27 मई से ही ऐसे वर्ग का चयन किया, जिससे बाजार खोलने के बाद हमारे समाज का हर शख्स संपर्क में आने की पूरी-पूरी संभावना रखता है। जोखिम कम करने की इस योजना में 30 से अधिक वर्गों को “वर्कप्लेस“ नाम दिया गया। प्राथमिकता रही कि लॉकडाउन खुलने से पूर्व अधिकांश को टीके का पहला डोज लगा जाएं। चाहे वह दूध वितरक हो, हेयर सेलून वाला नावी हो, ऑटो मोबाईल से जुड़े लोग हो, पंडित हो, खाद-बीज विक्रेता हो, पेपर बांटने वाला हॉकर हो, पेट्रोल पंप संचालक हो या फल, सब्जी वाला हो। हर एक को न सिर्फ टीके के डोज से बचाने के प्रयास हो रहे है, बल्कि इनसे संपर्क में आने वाले लोगों को बचाने की भी अनोखी पहल है।
*30 से अधिक वर्ग को माना टारगेट*
कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा बताती है कि मप्र शासन से भी आने वाले समय में बाजार खोलने के संकेत मिल जाने के बाद जिले के नागरिकों को जोखिम कम करने की दिशा में रूपरेखा तैयार की गई। हर स्तर पर विचार करने के बाद योजना बनाई गई, जिसमें 30 से अधिक वर्गों को टारगेट किया गया, जिनकों सबसे पहले टीके की डोज दी जाएं। इससे स्वयं तो सुरक्षित होंगे ही। साथ ही इनके संपर्क में आने वाले व्यक्ति भी अनावश्यक संक्रमण से सुरक्षित होंगे। योजना बन जाने के बाद वीसी के माध्यम से जिले के समस्त राजस्व व स्वास्थ अमले के साथ विभागों से जुड़े हुए अधिकारियों को निर्देश दिए। निर्देशानुसार सभी ने अपने-अपने क्षेत्रांतर्गत सूचियां तैयार की और ऑनसाईड उनका पंजीयन कर टीके की डोज लगवाई गई। खरगोन की इस पहल को मप्र शासन के लोक स्वास्थ एवं परिवार कल्याण विभाग द्वारा भी अपनाया और 30 मई को स्वास्थ विभाग के अपर मुख्य सचिव मो. सुलेमान ने समस्त कलेक्टर्स को संबोधित पत्र में कहा कि 100 प्रतिशत ऑन साईड रजिस्ट्रेशन आधारित सत्र आयोजित कर उच्च जोखिम समुहों जैसे- उचित मूल्य दुकानों के विक्रेता, सिलेंडर विक्रयकर्ता, पेट्रोप पंप, किराणा दुकान, हाथ ठेला, फल-सब्जी विक्रेता जैसे कई वर्कर को टीकाकरण सुनिश्चित किया जाएं।
*4 दिनों में 8 हजार से अधिक का हुआ टीकाकरण*
कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा द्वारा तय रूपरेखा के मुताबिक सभी अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग से जुड़े वर्कपैलेस व्यक्तियों की सूची तैयार की और 27 मई से उनका टीकाकरण प्रारंभ किया। 27 मई से 30 मई तक की स्थिति में 8661 विभिन्न वर्गों का टीकाकरण किया गया। 27 से 30 मई तक मंडलेश्वर अनुभाग में 1450, कसरावद में 1400, बड़वाह में 2460 का टीकाकरण किया गया। इसी तरह 27 से 29 मई की स्थिति में केवल खरगोन शहर में 2233, भीकनगांव अनुभाग में 927 एवं भगवानपुरा कस्बे में 191 का पहला टीकाकरण किया जा चुका है। ज्ञात हो कि यह टीकाकरण न सिर्फ शहरी क्षेत्रों में, बल्कि अनुभाग के उन क्षेत्रों में भी किया गया, जहां हॉट बाजार या नगरीय स्तर के कस्बे घोषित है। जैसे- बागोद, बैड़िया, सनावद, बलवाड़ा, पिपल्या बुजुर्ग, करही, झिरन्या आदि तरह के कस्बों में प्रमुखता से टीकाकरण किया जा चुका है।
*दुकानों पर टीके का प्रमाण पत्र चस्पा करना आवश्यक*
कलेक्टर श्रीमती अनुग्रहा ने कहा कि किसी से भी हर किसी को कोरोना संक्रमण हो सकता है। प्रशासन के साथ-साथ संबंधित विक्रेता, दुकान संचालक, संस्थान या हाथ ठेले वाले की भी नैतिक जिम्मेदारी है कि वो अपने उपभोक्ता या ग्राहक को संक्रमित करने से बचाएं। इसलिए अब आवश्यक हो गया है कि आप अपने दुकानों पर टीके का प्रमाण पत्र भी चस्पा करें। इससे ग्राहक भी संक्रमण से निश्चिंत होगा और प्रशासन को भी आगामी योजना बनाने में सहायक साबित होगा। जिला प्रशासन पूरी कोशिश करेगा कि ऐसे सभी वर्कप्लेस के व्यक्तियों का टीकाकरण सुनिश्चित कर सके।
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